मंगलवार, 9 जनवरी 2018

आदतों की पूरी थैली न उठाएं सिर्फ एक आदत पर ध्यान दें

कभी कभी हम संकल्प करते हैं कि हम रेगुलर रियाज करेंगे पर ऐसा कुछ दिनों तक चलता है फिर एक दिन के लिए भी उस रियाज में बाधा आती है और सब बन्द होने लगता है, ऐसा लगभग सबके साथ होता है, हमेशा... या कुछ के साथ जब आप अपने आप में एक साथ अचानक से खुद को बदलने का संकल्प लें और उन बदलाओं के साथ कुछ दिन उन अच्छी आदतों का पालन करें और फिर सब एक साथ छोड़ कर फिर से अपनी पुरानी दिनचर्या में लौट जाये! 
क्यों होता है ऐसा... आखिर क्या वजह होती है?
 
  इसे समझने के लिए आपको सबसे पहले ये समझना होगा कि आदतें हमारे जीवन पर कैसे और किस तरह काम करती हैं. आपको अच्छी तरह पता है कि जब आप सुबह उठते हैं तो फ्रेश होते हैं जिनमें स्नान करना और ब्रश करना भी शामिल होता है. स्नान और ब्रश करना ये ऐसे काम हैं जिनको आप कुछ दिन न करें तो ज्यादा कुछ नुकसान नहीं होगा पर फिर भी आप इसे 1 दिन भी छोड़ना नहीं चाहते या यूं कहें कि छोड़ नहीं पाते
क्यों,.... क्योंकि यह आपकी आदत में शामिल होता है. मैंने अपने पिछले आर्टिकल में एक किताब से ली गई बात लिखी थी कि “कोई भी काम अगर आप 21 दिन तक लगातार करते हैं तो वह आपकी आदत बन जाती है और अगर 6 महीने कर लेते हैं तो आपकी पर्सनालिटी का हिस्सा” जाहिर सी बात है जो काम आप बचपन से करते आ रहे हैं उसे 1 दिन भी कैसे छोड़ सकते हैं.
हमेशा से समस्याएं उन आदतों को लेकर ही होती है जो हम बड़े हो जाने पर मैच्योर हो जाने पर अपनाने की कोशिश करते हैं क्योंकि वह आदतें हमारी पर्सनाल्टी का हिस्सा नहीं होती है इसलिए उन आदतों को रोज कर पाना हमारे लिए कठिन होता है. पर जानना अभी यह है कि अगर हमें कोई आदत को अपने जिंदगी में शामिल करना है तो कैसे उसे करें ताकि हम रोज कर सके बिना थके और बिना बोरियत महसूस किए. यहां ध्यान रखिये कि नए अपनाने जाने वाले आदतों की पूरी लिस्ट मत तैयार कीजिए. सबसे पहले कोई एक आदत का संकल्प कीजिए जिसे आप अपनाना चाहते हैं. और फिर जब भी आपको लगे कि अब यह आदत मुझसे छूट सकती है उससे पहले हीं अपने आपको प्रेरणादायक बातों से खुद प्रेरित करते रहे ताकि वह आदतें आप से ना छूटे. अब उन आदतों में पहली नई आदत कुछ भी हो सकती है. कोई एक आदत जिसे आप शुरू करते हैं उसके चौतरफे फ़ायदे होंगे जिससे उस आदत के साथ-साथ कई आदते सुधर सकती हैं. जैसे मान लीजिए आपने सुबह उठकर एक्सरसाइज करने की आदत डाल ली तो इस से लगी हुई कई कई चीजें अच्छी हो जाएंगी और जो आपको फायदा पहुंचाएंगी. जैसे अगर सुबह उठकर एक्सरसाइज करते हैं तो आप एक समय निर्धारित करेंगे जिससे कि आप रोज सुबह उठ सके और एक्सरसाइज कर सके. जाहिर सी बात है हर रोज आप जितने बजे उठते होंगे एक्सरसाइज की एक अच्छी आदत के लिए आप उससे एक घंटा पहले उठने की कोशिश करेंगे, तो आपके अंदर यह एक अच्छी आदत अपने आप आ गई कि आप सुबह उठने लगे, फिर दूसरा फायदा यह होगा कि अगर आप एक्सरसाइज करेंगे तो आप स्वस्थ रहेंगे. तीसरा फायदा यह हुआ एक्सरसाइज करने से दिन भर खुश रह सकेंगे और ज्यादा एनर्जी के साथ काम करेंगे. तो देखा आपने कि एक एक्सरसाइज की आदत डालने के लिए यहां सुबह उठने की आदत लगी, पूरे दिन खुश महसूस करने की आदत मिली और पहले से ज्यादा एनर्जी महसूस करने की आदत मिली और आप की उत्पादन क्षमता भी बढ़ी. या दूसरा उदाहरण भी ले लीजिए. मान लीजिए कि आप अपनी कोई एक आदत अच्छी करना चाहते हैं जैसे कि हर रोज नृत्य का अभ्यास करना. नृत्य के अभ्यास के लिए भी आप एक समय निर्धारित करेंगे ताकि हर रोज आप उस वक्त पर नृत्य अभ्यास कर सकें इस के लिए भी आप समय का पाबंद होने की कोशिश करेंगे. औऱ आप अपने दूसरे कामों को समय से निपटाएंगे ताकि वक्त पर आप नृत्य का अभ्यास कर सके. अगर नृत्य आपके दिल के बेहद करीब है यानी इसे करने से आपको खुशी मिलती है तो जाहिर सी बात है कि इसका अभ्यास कर लेने के बाद आप खुश महसूस करेंगे. और दिन भर प्रफुल्लित रहेंगे यहां फिर वही सब बातें आ रहे हैं कि आपका दिन अच्छा होगा आप एनर्जी महसूस करेंगे आप खुश रहेंगे और आप की उत्पादन क्षमता बढ़ेगी. ध्यान रखिए आप कोई भी आदत अपनाइए आपको बस फायदा ही फायदा होने वाला है. बस आपको यह ध्यान रखना है कि वह आदत लंबे समय तक मैं बरकरार रखे. कोई भी एक आदत को लंबे समय तक अपने आप में बरकरार रखने के लिए आपको आपको प्रेरणादायक बातों से प्रेरित करना होगा. और कभी-कभी अपने ऊपर सख्ती भी करनी होगी, बिल्कुल उस छोटे से बच्चे की तरह जिसे बचपन में जबरदस्ती ब्रश करने और प्रतिदिन स्नान करने की आदत डलवाई जाती है.

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धन्यवाद.