शुक्रवार, 27 अप्रैल 2018

क्लीन और शार्प नर्तक बनने के लिये फॉलो करें ये 6 टिप्स

1. शरीर की जागरूकता को विकसित करना
एक क्लीन नर्तक बनने के लिए, आपको जागरूकता की भावना विकसित करनी चाहिए ताकि आप कोरियोग्राफर/गुरु की पोस्चर की नकल कर सकें। किसी भी समय, या स्थिति में आपको पता होना चाहिए कि प्रत्येक शरीर का हिस्सा कहाँ रखा गया है, या किस दिशा में जा रहा है। आप क्या करना चाहते हैं इसके बारे में थोड़ी देर रुके और ध्यान दें कि आपका शरीर क्या कर रहा है। अपने हर अंग पर ध्यान दें। पैर की उंगलिया, एक साथ फिंगर्स हैं या अलग फैली है? कंधे परेशान हैं या आरामदायक हैं? दर्पण में एक नज़र डालें और कोरियोग्राफर/गुरु से मिलान करने का प्रयास करें या आप क्या पोज़ बनाना चाहते हैं उस पर ध्यान दें।

2. अपने बुनियादी कोणों को जाने

कुछ शरीर के कोण और नियम हैं जो
आपको अपना स्टेप याद रखने में मदद करेंगे क्योंकि वे अक्सर उपयोग किए जाते हैं जैसा कि आप अधिकतर कक्षाएं लेते हैं विशेषकर शुरुआती वर्ग जिन्हें हम बेगनर्स क्लास कहते हैं, इन स्टेप्स को सही तरीके से करने से कुछ अलग प्रकृति बन जाएगी। यदि आप नृत्य करने के लिए नए हैं, तो बुनियादी अंगों को अपने शरीर में ड्रिल करें ताकि आप को उन स्टेप्स को करने के लिये हर बार ध्यान न देना पड़े। यहां यहीं कारण हैं कि क्यों हर नर्तक को शुरुआती नृत्य कक्षा लेनी चाहिए। उदाहरण के लिए, 45 और 9 0 डिग्री कोण हमेशा उपयोग किए जाते हैं, इसलिए यह मैथ के इंस्ट्रूमेंट सिस्टम में  हमेशा रहता है। उसी तरह आपके नृत्य शैली में भी कुछ स्टेप्स होते हैं जो आपको सही से हर बार करने आने चाहिए। इससे आपको अन्य विवरणों पर ध्यान केंद्रित करने की सुविधा मिल जाएगी, जो आपके नृत्य को आगे बढ़ाते हैं। और समय के साथ आपके नृत्य में सफाई आती जाएगी, जो आपको अक्सर नहीं करना पड़ेगा क्योंकि आपके पास उन स्टेप्स के आधार पर पहले से ही क्लीन शार्प स्टेप्स तैयार है। बस आप हर बार बड़े स्टेप्स की कोरियोग्राफी को साफ करने की कोशिश करेंगे।

3. अपनी मांसपेशियों का उपयोग करना
यदि आपकी बाहों या किसी अन्य शरीर के हिस्से फ्लॉपी हैं, तो आप गन्दा दिखने जा रहे हैं। तो उस जगह अपनी मांसपेशियों का उपयोग करें! आपको अपने आंदोलन के लिए ब्रेक के रूप में मांसपेशियों के बारे में सोचना चाहिए। अपने पोस्चर को सही तरीके से याद करने के लिए सही क्षणों में तनाव बढ़ाएं। व्यायाम करें,  प्रत्येक पोस्चरके लिए मांसपेशी मेमोरी विकसित करें। आपकी मांसपेशियों को अधिक विकसित करें। इन सुझावों के साथ अधिक नियंत्रण के साथ डांस करें।
4. आंदोलन के अपने रास्ते को परिभाषित करना

क्लीन नर्तक होने के लिए, यह महत्वपूर्ण है कि आप उस पोस्चर के रास्तों के बारे में सोचते हैं। तो इसे ऐसे समझे जब आप Google मानचित्र पर दिशानिर्देश ढूंढते हैं, तो यह आपको बिंदु ए से बी तक पहुंचने के लिए अलग-अलग तरीके दिखाता है। रास्ते कई हो ते है मतलब तो मंजिल से है, आप जहां तक ​​अंत में जाना चाहते हैं, आप मिलेंगे, लेकिन सभी मार्गों तो अलग दिखते है। इसलिए जब आप नृत्यकला सीख रहे हैं और ऐसा महसूस नहीं करते कि आप इसे सही कर रहे हैं, तो अपने प्रैक्टिस के तरीकों पर एक नज़र डालें । 

5. अपनी गति को नियंत्रित करने के लिए सीखना
पहले प्रैक्टिस धीमी गति से शुरू करें। कोरियोग्राफी का एक पार्ट लें और इसे दो बार सचमुच धीमा करें, इसतरह  वास्तव में आप उस पोस्चर को प्राप्त कर सकते हैं और समझ सकते हैं कि आपके शरीर में यह कैसा महसूस होता है। फिर इसे थोड़ी तेज करें जब तक कि इसे पूरी गति में नहीं कर लें।

6. ठोस फुटवर्क के लिए प्रशिक्षण
जब आप कोरियोग्राफी या अन्य क्लासिकल शैलियों को कर रहे हैं, तो आप वास्तव में अपने आंदोलनों में निर्भर होना चाहते हैं जब आप नाच रहे हो। मजबूत जड़ों के बिना आपके पास एक मजबूत पेड़ नहीं हो सकता है और यही हमेशा काम करता है। बेहतर रहने के लिए और अपनी चालों को बेहतर से बेहतर करते रहें!

धन्यवाद।

मंगलवार, 9 जनवरी 2018

आदतों की पूरी थैली न उठाएं सिर्फ एक आदत पर ध्यान दें

कभी कभी हम संकल्प करते हैं कि हम रेगुलर रियाज करेंगे पर ऐसा कुछ दिनों तक चलता है फिर एक दिन के लिए भी उस रियाज में बाधा आती है और सब बन्द होने लगता है, ऐसा लगभग सबके साथ होता है, हमेशा... या कुछ के साथ जब आप अपने आप में एक साथ अचानक से खुद को बदलने का संकल्प लें और उन बदलाओं के साथ कुछ दिन उन अच्छी आदतों का पालन करें और फिर सब एक साथ छोड़ कर फिर से अपनी पुरानी दिनचर्या में लौट जाये! 
क्यों होता है ऐसा... आखिर क्या वजह होती है?
 
  इसे समझने के लिए आपको सबसे पहले ये समझना होगा कि आदतें हमारे जीवन पर कैसे और किस तरह काम करती हैं. आपको अच्छी तरह पता है कि जब आप सुबह उठते हैं तो फ्रेश होते हैं जिनमें स्नान करना और ब्रश करना भी शामिल होता है. स्नान और ब्रश करना ये ऐसे काम हैं जिनको आप कुछ दिन न करें तो ज्यादा कुछ नुकसान नहीं होगा पर फिर भी आप इसे 1 दिन भी छोड़ना नहीं चाहते या यूं कहें कि छोड़ नहीं पाते
क्यों,.... क्योंकि यह आपकी आदत में शामिल होता है. मैंने अपने पिछले आर्टिकल में एक किताब से ली गई बात लिखी थी कि “कोई भी काम अगर आप 21 दिन तक लगातार करते हैं तो वह आपकी आदत बन जाती है और अगर 6 महीने कर लेते हैं तो आपकी पर्सनालिटी का हिस्सा” जाहिर सी बात है जो काम आप बचपन से करते आ रहे हैं उसे 1 दिन भी कैसे छोड़ सकते हैं.
हमेशा से समस्याएं उन आदतों को लेकर ही होती है जो हम बड़े हो जाने पर मैच्योर हो जाने पर अपनाने की कोशिश करते हैं क्योंकि वह आदतें हमारी पर्सनाल्टी का हिस्सा नहीं होती है इसलिए उन आदतों को रोज कर पाना हमारे लिए कठिन होता है. पर जानना अभी यह है कि अगर हमें कोई आदत को अपने जिंदगी में शामिल करना है तो कैसे उसे करें ताकि हम रोज कर सके बिना थके और बिना बोरियत महसूस किए. यहां ध्यान रखिये कि नए अपनाने जाने वाले आदतों की पूरी लिस्ट मत तैयार कीजिए. सबसे पहले कोई एक आदत का संकल्प कीजिए जिसे आप अपनाना चाहते हैं. और फिर जब भी आपको लगे कि अब यह आदत मुझसे छूट सकती है उससे पहले हीं अपने आपको प्रेरणादायक बातों से खुद प्रेरित करते रहे ताकि वह आदतें आप से ना छूटे. अब उन आदतों में पहली नई आदत कुछ भी हो सकती है. कोई एक आदत जिसे आप शुरू करते हैं उसके चौतरफे फ़ायदे होंगे जिससे उस आदत के साथ-साथ कई आदते सुधर सकती हैं. जैसे मान लीजिए आपने सुबह उठकर एक्सरसाइज करने की आदत डाल ली तो इस से लगी हुई कई कई चीजें अच्छी हो जाएंगी और जो आपको फायदा पहुंचाएंगी. जैसे अगर सुबह उठकर एक्सरसाइज करते हैं तो आप एक समय निर्धारित करेंगे जिससे कि आप रोज सुबह उठ सके और एक्सरसाइज कर सके. जाहिर सी बात है हर रोज आप जितने बजे उठते होंगे एक्सरसाइज की एक अच्छी आदत के लिए आप उससे एक घंटा पहले उठने की कोशिश करेंगे, तो आपके अंदर यह एक अच्छी आदत अपने आप आ गई कि आप सुबह उठने लगे, फिर दूसरा फायदा यह होगा कि अगर आप एक्सरसाइज करेंगे तो आप स्वस्थ रहेंगे. तीसरा फायदा यह हुआ एक्सरसाइज करने से दिन भर खुश रह सकेंगे और ज्यादा एनर्जी के साथ काम करेंगे. तो देखा आपने कि एक एक्सरसाइज की आदत डालने के लिए यहां सुबह उठने की आदत लगी, पूरे दिन खुश महसूस करने की आदत मिली और पहले से ज्यादा एनर्जी महसूस करने की आदत मिली और आप की उत्पादन क्षमता भी बढ़ी. या दूसरा उदाहरण भी ले लीजिए. मान लीजिए कि आप अपनी कोई एक आदत अच्छी करना चाहते हैं जैसे कि हर रोज नृत्य का अभ्यास करना. नृत्य के अभ्यास के लिए भी आप एक समय निर्धारित करेंगे ताकि हर रोज आप उस वक्त पर नृत्य अभ्यास कर सकें इस के लिए भी आप समय का पाबंद होने की कोशिश करेंगे. औऱ आप अपने दूसरे कामों को समय से निपटाएंगे ताकि वक्त पर आप नृत्य का अभ्यास कर सके. अगर नृत्य आपके दिल के बेहद करीब है यानी इसे करने से आपको खुशी मिलती है तो जाहिर सी बात है कि इसका अभ्यास कर लेने के बाद आप खुश महसूस करेंगे. और दिन भर प्रफुल्लित रहेंगे यहां फिर वही सब बातें आ रहे हैं कि आपका दिन अच्छा होगा आप एनर्जी महसूस करेंगे आप खुश रहेंगे और आप की उत्पादन क्षमता बढ़ेगी. ध्यान रखिए आप कोई भी आदत अपनाइए आपको बस फायदा ही फायदा होने वाला है. बस आपको यह ध्यान रखना है कि वह आदत लंबे समय तक मैं बरकरार रखे. कोई भी एक आदत को लंबे समय तक अपने आप में बरकरार रखने के लिए आपको आपको प्रेरणादायक बातों से प्रेरित करना होगा. और कभी-कभी अपने ऊपर सख्ती भी करनी होगी, बिल्कुल उस छोटे से बच्चे की तरह जिसे बचपन में जबरदस्ती ब्रश करने और प्रतिदिन स्नान करने की आदत डलवाई जाती है.

आपको मेरा आर्टिकल कैसा लगता है अपने कमेंट में अपने विचारों से हमें जरूर अवगत कराएं. अगर कुछ त्रुटियां हो तो उसे भी बताएं.
धन्यवाद.