जी हां भगवान ने तो सबको बराबर समय दिया है किसी से कोई भेदभाव नही किया । इन्ही 24 घंटो में दिन रात एक कर कोई अपना नाम रोशन कर जाते है,तो कोई जिंदगी में कुछ नहीं कर पाता बस simple सी जिंदगी गुजार लेता है, अपने समस्याओं का रोना रोते हुए। सबसे बड़ा रोना यह कि मुझे अमुक काम करने का वक़्त ही नही मिला...! याद रखिये एक्सक्यूसेस जो आप औरो को दे रहें हैं वो सच में एक्सक्यूसेस नही है वह आप खुद को तस्सली देते हैं कि मेरे जीवन में कुछ न हासिल करने की वजह कोई और (समय की कमी) है ...मैं नही हूँ!!!
जबकि आप ध्यान दें तो पाएंगे कि कई बार तो यूँ ही समय बर्बाद होता है और आप उसे काम समझ कर करते चले जाते है। जी हां मेरा इशारा नेट सर्फिंग,चैटिंग , मैसेज इन जैसे गैर जरूरियात कामों की तरफ है जिनमें आपका एक अच्छा खासा वक्त बर्बाद होता है। कई बार तो आप समय फिक्स न रखने की वजह से भी समय को बर्बाद करते हैं,जैसे मॉर्निंग में अगर आपको उठना हो तो आपका समय अगर फिक्स ना हो। जैसे कि किसी दिन आपकी सुबह 6:00 बजे नींद खुल गई किसी दिन आप 4:00 बजे सुबह उठ गए। इस वजह से भी समय की काफी बर्बादी होती है,और आप कोई भी काम सही वक्त पर पूरा नहीं कर पाते या आपके कई सारे काम अधूरे छूट जाते हैं। वजह यही है कि आपका समय किसी भी काम के लिए निर्धारित नहीं है।
आपको हर काम के लिए समय मिले या समय कम न पड़े, इसके लिए जरूरी है कि
●आप अपने आप को punctual करें । आप अपने दैनिक कार्यों को निर्धारित समय पर समाप्त करें । जो काम आपके हिसाब से हो सके उन कामों को एक निश्चित अवधि में और नियमित उसी समय पर खत्म करने की कोशिश करें जिस समय पर आप इसे रोज कर सकें। इसमें आपके डेली रूटीन के काम आ सकते हैं, नहाना, ब्रश करना,कपडे आयरन करना,घर की साफ-सफाई करना,खाना बनाना वगैरह- वगैरह।
● नेट सर्फिंग चैटिंग आदि को नियमित समय अवधि के लिए खाली समय में करें, जैसे कि जब आपको हल्का आराम करने का मन करें।जरूरी नहीं की किसी ने आप को मैसेज किया है तो उसी वक्त रिप्लाई देना पड़े,बाद में भी जरूरी बातें लिखकर उसे सेंड करें और जो भी क्वेश्चन जानना चाहते हो या पूछना चाहते हों उसे लिखकर छोड़ दो। अगर रिप्लाई मांगना तुरंत जरूरी हो तो फोन से बात कर ले।
● जो भी चीजें आप अलग से करना चाहते हैं जो आपके लॉन्ग टर्म के ड्रीम हो सकते है। उन्हें आप कितने साल बाद अपनी लाइफ में हासिल कर लेना चाहते हैं। यह निर्धारित करते हुए उतनी अवधि का एक प्लान तैयार करें और फिर उस पर काम करें। याद रखिए जरूरी नहीं कि हमें अपने सपने को पाने के लिए खरगोश की भांति दौड़ना पड़ेगा तभी वह हमारी लाइफ में आएगा। हम कछुए की तरह चलकर भी अपने सपने को पूरा कर सकते हैं।
● कभी-कभी हम अनचाहे रूप से दूसरों के काम में उलझे रह जाते हैं, और हमारे अपने काम के लिए वक्त नहीं मिलता।अगर आपके साथ ऐसा है तो आप खुल कर बोलना सीखें। अगर आप सही में उस काम को नहीं करना चाहते तो 'ना' कहें। शुरू में प्रॉब्लम आएगी पर अगर आपने अपनी बात क्लियर कर दी तो सामने वाला आपकी बात जरूर समझेगा।
● कभी-कभी यह भी होता है कि सारा काम खुद करने के चक्कर में हम अनचाहे रूप से बेफजूल के काम मे उलझे रहते हैं। जो काम सिर्फ आप ही कर सकते हैं, उसे स्वयं करें। जो उतना महत्वपूर्ण काम नहीं है उसे करने में दूसरों की मदद अवश्य लें। इससे आपका काम आसान हो जाएगा और समय भी बचेगा।
● याद रखिए लाइफ में आपका ड्रीम क्लियर होना चाहिए।अगर आपका जीवन में लक्ष्य क्लियर है,तो बस उस पर दृढ़ रहिए और निरंतर रूप से उस पर काम करते रहिए आपका लक्ष्य जरुर पूरा होगा।
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