ब्लॉग के बारे में
यह ब्लॉग अब भी निर्माण के तहत है। इस ब्लॉग का उद्देश्य एक ऑनलाइन सीखने की सहायता करना है, न कि गुरु का
स्थान ले लेने के लिए है। गुरुओं की भूमिका कभी भी शास्त्रीय नृत्य कला के
प्रसार में समाप्त नहीं हो सकती है, जहां गुरुशिष्य परम्परा और पारस्परिक
संबंध आवश्यक हैं। कला को सिखाया नहीं जाता है, प्रभावी रूप से इसे आत्मसात
किया जाता है ... फिर भी यह नटपा का प्रयास है कि सबके लिए कला के दरवाजे
खोलें जाए।ब्लॉग का उद्देश्य सीखना आसान करना और स्वस्थ कला का माहौल बनाने के लिए थोड़ी कोशिश करना है।
इस वेबसाइट के लिए कौन है?
यह मुफ्त ऑनलाइन कार्यक्रम है इस कार्यक्रम से हम आशा करते हैं कि कथक का ज्ञान और जागरूकता के लिए उनकी खोज में शिक्षकों, छात्रों और माता-पिता के द्वारा उपयोग किया जाएगा। यह उन लोगों के लिए एक अच्छा साथी हो सकता है, जिन्होंने कक्षाएं अधूरी छोड़ दी हो या वर्षो बाद वापसी करना हो और बस थोड़ा सा मार्गदर्शन चाहिए हो। या उन छात्रों के लिए भी जो कक्षा में क्या सीखा है, उसे सुदृढ़ करने में मदद करेगा। या फिर एक आवेशपूर्ण छात्रों को जो गुरु को ढूंढने में असमर्थ हैं। जिस तरह माता-पिता / सलाहकार अपने बच्चों को मार्गदर्शन करते हैं। उसी तरह यह ब्लॉग भी कला के रूप में बच्चे के आकलन और प्रश्नों का निर्धारण करने में काफी मदद करेगा, जिससे सफल शिक्षा प्राप्त हो सकेगी।
हम अभी भी निर्माणाधीन हैं हम आपकी टिप्पणियों और सुझावों की प्रतीक्षा करते हैं ...
कॉपीराइट और लाइसेंस सूचना:
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इस साइट की सभी सामग्री http//:www.nrityoday.blogspot. in के शासित है ।
लेखक के बारे में
- श्रीमती स्वेताभिषेक श्रीवास्तव जो कला प्रेमी हैं,ने भारतीय शास्त्रीय नृत्य कत्थक का कठोरता से प्रशिक्षण लिया है और अभी भी कई शास्त्रीय विधाओं में अध्ययनरत हैं। उनकी कत्थक नृत्य की शुरुआत बिहार के प्रसिद्ध तबला वादक गुरु अनूप कुमार दुबे उर्फ पप्पूजी के सानिध्य में हुई। उसके बाद उनके कत्थक नृत्य और कोरियोग्राफी की प्रतिभा को समझने और तराशने का कार्य प्रसिद्ध नर्तक और गुरु श्री हनुमान प्रसाद गंगानी ने किया, और कत्थक के कई महत्वपूर्ण गुर और बारिकियों को सिखाया। संगीत में प्रभाकर प्रशिक्षित श्रीमती स्वेताभिषेक श्रीवास्तव ने कत्थक नृत्य में प्रभाकर प्रयाग संगीत समिति इलाहाबाद और भाष्कर की डिग्री प्राचीन कला केंद्र ,चंडीगढ़ से लिया है।विभिन्न कलाओं के अलावा, उन्हें ड्रेस डिजाइनिंग, क्राफ्ट,फूड, कोरियोग्राफी और लेखन में भी महारत हासिल है। खास कर उन्हें नृत्य के सब्जेक्ट पर लिखना काफी पसंद है। फेसबुक पर इन्हें @swetabhishek से फॉलो किया जा सकता हैं, अभी फिलहाल वह अपने संस्थान नटपा नृत्योदय ...द परफार्मिंग आर्ट्स में छात्राओं को कत्थक नृत्य का प्रशिक्षण दें रहीं हैं। वह प्रदर्शन और परीक्षाओं के लिए छात्राओं को उन्नत स्तर से भी उन्नत तक प्रशिक्षित करतीं है।संस्थान की स्थापना 7 सिंतबर 2011 से अनवरत नए कीर्तिमान स्थापित करती हुई अपनी छात्राओ को उचित प्रशिक्षण दे रहीं हैं।
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