●एक कुशल नर्तकी को नृत्य करते देखना हमेशा बहुत सुंदर लगता है। पर इसके पीछे बहुत सारा स्ट्रगल छिपा होता है! कई गुना ज्यादा स्ट्रगल जितना खूबसूरत नर्तकी का नृत्य होता है। नृत्य की शैलियों के अनुसार विभिन्न तरह की समस्याएं होती है, जैसे क्लासिकल में कत्थक का अभ्यास करने के दौरान तत्कार से उत्पन्न पैरों में दर्द, खिचाव, चक्कर का अभ्यास करने के दौरान फफोले, गोखरू इत्यादि का बन जाना यह सब काफी तकलीफदेह होता है। पर नियमित अभ्यास से इन सब की आदत पड़ जाती है और फिर यह होता है पर कम तकलीफ देता है। नर्तक अक्सर नंगे पैर ही अभ्यास करते हैं।और कुछ खूबसूरत क्रिएट करने के लिए तकलीफ तो सहना ही पड़ता है।
●नर्तक को अपना खान-पान भी सही रहना रखना पड़ता है। एक स्वस्थ फिट शरीर ही प्रशिक्षण के दौरान की जटिलता को सहन कर सकता है। नृत्य के अभ्यास के दौरान आपको समझ आ जाएगा कि आप जो खाना खा रहे हैं वह आपके शरीर के लिए पर्याप्त नहीं है और आपको एक्स्ट्रा प्रोटीन की जरूरत है जिससे आप अभ्यास के दौरान थकान महसूस ना करें। कक्षा से पहले हमेशा हेल्दी नाश्ता करें। अभ्यास के दौरान लिक्विड चीजों में आप जूस का इस्तेमाल सर्वाधिक करें। शरीर को एक्स्ट्रा पोषण भी मिलेगा और आप भी हाइड्रेटेड रहेंगे।
●नर्तक को हमेशा अपने लाइफ स्टाइल में स्ट्रीक्ट रहना पड़ता है। समय पर नींद लेना,समय पर जगना और व्यायाम करना,सब कुछ निर्धारित करना पड़ता है। हमेशा अपने शरीर का ख्याल रखना होता है ताकि वह कड़ी मेहनत के लिए हमेशा तैयार मिले। नम्रता से हमेशा एक स्टूडेंट के रूप में खुद को मानना पड़ता है। नित्य अभ्यास वगैरह के लिए जागरुक रहना पड़ता है।
●एक नृत्यांगना के जीवन में तकनीक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। माना कि नृत्य एक कला है, लेकिन यह व्यवसाय भी है। इसलिए एक सुंदर कलाकार होने के साथ-साथ आपका तकनीशियन का ज्ञान भी होना उतना ही आवश्यक है। तभी हम अपने कला को दुनिया के सामने ला सकते हैं। तकनीक इतनी महत्वपूर्ण है कि इसका इग्नोरेंस आपको गुमनाम कर सकती है। एक वेबसाइट विकसित करने के लिए या सोशल मीडिया में शामिल होने का महत्व और खुद को विपणन करना आवश्यक है। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो युवा नर्तकों के बीच एक ओवरलैप शुरू हो रहा है दोनों ही मामलों में व्यक्तिपरक और मैत्रीपूर्ण लोगों से मिलने के इच्छुक अन्य कलाकारों में रुचि लेना दूसरों की परियोजनाओं का समर्थन करना या दूसरे समुदाय के साथ जो कुछ भी करते हैं उनका आनंद लेना और साझा करना होगा। जिससे कि आपके व्यक्तित्व का भी बेहतर विकास होगा।
●खुद के नर्तन कला का बेहतर विकास के लिए आप अलग-अलग नृत्य तकनीकों का प्रशिक्षण जरूर लीजिए और साथ ही अपने मुख्य डांस को स्ट्रांग कीजिए। हर नृत्य का अपना एक शास्त्र होता है। उनका लाभ लेना सीखिए। अगर आप शास्त्रीय नृत्य सीख रहे हैं तो आधुनिक नृत्य का तकनीकी प्रशिक्षण अवश्य लें। उनके तकनीक को समझें। रचना और मंच के तत्व का ध्यानपूर्वक अध्ययन करें, जो आपके नृत्य प्रदर्शन व्यवसाय को उन्नत करेगा।
●जब आप सालों से नृत्य कर रहे हो तो कोरियोग्राफी, शिक्षण,निर्देशन और उत्पादक जैसे कई विकल्प नृत्य में है।आप प्रदर्शन शिक्षा को आगे बढ़ा सकते हैं। परंतु इसका मतलब यह नहीं आप दूसरे करियर मार्गो को नहीं अपना सकते। एक प्रदर्शन कैरियर का सौंदर्य है कि प्रत्येक व्यक्ति एक अलग रास्ता रखता है। आपको अगर कभी मौका मिले तो आप अलग परियोजनाओं में भी शामिल हो सकते हैं जिनका कभी भविष्यवाणी नहीं किया जा सकता कि आप उस में सफल रहेंगे या नहीं। जैसे की शुरू से मैं एक कत्थक नृत्य परफॉर्मर बनना चाहती थी और फिल्म में कोरियोग्राफी भी करना चाहती थी। पर वर्तमान में मैं नृत्य का प्रशिक्षण देने का कार्य करती हूं अपने संस्था नृत्योदय द्वारा।
सोमवार, 23 अक्तूबर 2017
कुछ बातें जो आपको नृत्य प्रशिक्षण लेने के दौरान कोई नहीं बताएगा
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